बहते देख आँसू किसी ओर की आँख में
क्यों मेरी भी आँख सी भर आती है
लगता है कि आँसू गवाह हैं
कि मुझ में अभी इनसानियत बाकी है
बहुत गरूर होता होगा उनमें
जिन्हें दूसरों के दरद से दरद नही होती
सोचती हूँ कभी कभी कि काश
मेरा दिल भी उनके जैसा होता
पर फिर अवाज़ आती है दिल से
कि अगर मैं भी उनके जैसा होता
तो आज तेरा एक भी आँसू
इनसानियत की गवाही न दे रहा होता..
1 comment:
very nilce lines..heartfelt
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