Tuesday 12 December 2017

जिनका रिश्ता हो वफा से

जो लोग छोड़ कर चले जाते हैं
वो फिर कभी 
पलट कर देखा नहीं करते 
जिनका रिश्ता हो वफा से 
वो अपने जज़बातों को 
बेकदरों के हाथ में 
बेचा नही करते 
चुभने लग जाएं 
जब अपने ही टूटे हुए खाब
तो उन खाबों के टुकड़ों को 
दोबारा समेटा नही करते
बिखर जाने दो 
अपना हर एहसास
पर बिखर कर फिर से 
जुड़ जाने वाले एहसासों 
अनदेखा नही करते

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