SONIA WRITING ZONE
I write what i think
Wednesday, 1 November 2017
हम भी सच्चे हैं
हम भी सच्चे हैं
अपनी जगह
कैसे ये बात लोगों को समझाएँ
अपने सच्च की सफाई तो हम देने से रहे
क्यों न अब हम सच में गुनाहगार बन जाएँ
या फिर सूखी रेत की तरह हवा में ही मिल जाएँ
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