Tuesday 31 October 2017

दिल के बहुत अच्छे हैं कुछ लोग


 दिल के बहुत अच्छे हैं कुछ लोग 
जो हम पर किए एहसानों का
कभी हिसाब नहीं रखते 
ऐसे लोगों के एहसानमंद हैं हम 
पर इस बात का 
हम इज़हार नहीं करते 
दुआ है मेरी कि यह लोग 
सदा खुश रहें आबाद रहें 
जो किसी की मदद करने में
ज़रा भी संकोच नहीं करते
सुना है वो लोग बहुत खुशनसीब होते हैं 
अच्छे लोग जिनके करीब होते हैं 
कहीं किसी की नज़र ही न लग जाए 
तभी तो उनकी तारीफ 
हम रोज़ रोज़ नहीं करते

शायद मैं हुँ ही बेकार


 हमें पीछे छोड़ कर लोग
खुद आगे बढ़ रहे हैं तेज़ी से
क्यों हमें भी उनकी तरह 
आगे बढ़ने की आदत नहीं
साहस नहीं है मुझमें 
कुछ कर दिखाने का
अपनी किस्मत आज़माने को 
अभी ज़िन्दगी देती 
मुझे इजाज़त नहीं 
इरादे हैं मगर वक्त नहीं 
जो मुझे हौसला दे 
ऐसा कोई शख्स नहीं 
शायद मैं हुँ ही बेकार
तभी तो किसी को 
मेरे अन्दर दिखती 
कोई काबिलियत नहीं

Monday 30 October 2017

GOD CAN FEEL

When no one can feel
then only GOD can feel me,
for me no one is free
i just wish GOD
everywhere to be,
each and every time
GOD changes my woes into glee,

For being with me
i am grateful to GOD thine,
instead of thy
no one is mine,

You always cheer up me
in my infelicity,
you are the only one
who knows me and my probity...

Sunday 29 October 2017

कमज़ोरी है मेरी

लोग कहते हैं कि मैं
अपनी हसी के पिछे
हर ग़म छुपा लेती हुँ
गिली होने से पहले ही
अपनी पलकों को सुखा लेती हुँ
अरे यह कोई हुनर नही
बलकि कमज़ोरी है मेरी
जो याद आने से पहले ही
लोगों से खाए धोखे को भुला देती हुँ
खुद ही कम हो जाता है दरद जब
बीते लमहों का सफ़र
मैं अपनी शायिरी में सुना देती हुँ
हर बार रोई हुँ
हर उस चीज़ को खोकर
जिसे कुछ हद् से ज्यादा ही
मैं चाह लेती हुँ
बस खुश रहे हर वो शख्स
जो मुझसे जुड़ा है
अपने दिल से मैं सबको
यही दुआ देती हुँ

Saturday 28 October 2017

अगले मोड़ पर

क्यों हमारी ज़िन्दगी में ऐसे दौर आतें हैं 
जो हस्ती हस्ती आँखों में आंसू ले आते हैं 
लाख कोशिश कर ले चाहे इन्सान 
मगर वक़्त के हाथों 
ज़िन्दगी की किताब के 
कुछ पन्नें अपने आप ही पलट जातें हैं 
हसरतें रखने का शौंक 
तो कब से मिटा लिया हमनें  
अब बचे अरमानों पर यकीं 
हम कहाँ कर पातें हैं 
चलने की कोशिश करेंगे हम भी 
जैसे लोग चलते हैं 
देखते हैं  कब तक लोग हमें 
याद रख पाते हैं 
हम तो भूलने से रहे 
अपनी सजा का मंज़र 
जानना अब यह है कि 
अगले मोड़ पर हम 
किसको पीछे छोड़ जातें हैं 
और किसको 
अपने साथ खड़ा पातें हैं  

Friday 27 October 2017

बदलते लोग बदलता वक्त


 बदलते लोग और बदलता वक्त 
बहुत कुछ सिखा जाता है 
जब मिलती है ठोकर हर चौखट से 
सच मानो तब 
हर हाल में जीना आ जाता है 
कौन साथ है कौन ख़िलाफ है 
तब अच्छा बुरा सब 
सामने आ जाता है
चलो छोड़ो क्या करना ग़िला 
अब वक्त से 
यह बुरा वक्त भी तो 
अच्छे के लिए ही आता है

मेरा नसीब


 न कोई करीब है सब कुछ अजीब है 
दिमाग में ख्यालों का सैलाब 
और दिल खामोशी का मरीज़ है
मै आम रहुँ या खास कोई परवाह नही
यह तो मेरी अपनी तकदीर है 
जिसके पास वफादारी का खिलौना है
उसकी किसमत में ही रोना है 
असल में सच बोलूँ तो यही मेरा नसीब है 
हाथों को लिखना पसंद है
और एक मन है जो चुप्पी का फ़कीर है

Thursday 26 October 2017

NO OTHER CHOICE


Thoughts're making plan
To form their troop
Whenever i try to sleep
They too try to snoop
Mind has no privacy
All time there
Thoughts make noise
Redundant of silence
Is better than voice
Over and above 
no other choice

Tuesday 24 October 2017

तमाम हसरतें


दिल में है यादों का सागर

आँख नदिया सी बहती हैं
क्यों आज भी मेरे दिल में 
हसरतें तमाम रहती हैं
मैं क्या जानुँ कि 
मेरी तकदीर क्या कहती है 
बस हौसले बुलन्द रख अपने
मुझसे यह मेरी सोच कहती है 
मत सोच दुनिया के बारे में 
कहने दे इसे ये जो भी कहती है 
फ़रेब का नकाब औढ़े बैठे हैं लोग
क्या पता फिर से
कौन कब कहाँ धोखा दे जाए 
दिल को हर वक्त बस यही बेचैनी सी रहती है

COLLECT SOME PEACE


After sun sets 

need some rest
Taking little sleep
Makes health best
Let the heart feel glee
By hearing sound of fife
Try to collect some peace
For enjoy full life

Monday 23 October 2017

क्या कर सकते हैं


अगर कोई युन्ही गिर जाए तो उठा भी लें 
मगर जब कोई नज़रों से ही गिर जाए 
तो क्या कर सकते हैं 
सुनाने को तो हज़ार गिले 
दबा कर रखे हैं दिल में 
मगर जब कोई  सुनना ही न चाहे 
तो क्या कह सकते हैं 
साथ देने वाले का साथ 
हम उमर भर निभाएंगे 
मगर जब वो खुद ही  पिछे हट जाए
तो क्या कर सकते हैं 
माना अभी कम है अनुभव मुझे लोगों को समझने का 
मगर जब न चाहते हुए ही
अनुभव आ  जाए 
तो क्या कर सकते हैं

जब वक्त बदल जाता है


कौन रखता है याद पुरानी बातों को
जब वक्त बदल जाता है
गुज़रे वक्त को अक्सर भूला देते हैं लोग
जब उनका अच्छा वक्त आता है
मेरे जैसे चेहरे 
तब अजनबी लगने लगते हैं
जब लोगों का मतलब निकल जाता है 
कैसे कह दूँ कि इन्सान पक्का है 
अपनी ज़ुबान का
जब कि वक्त बदलते ही
वो अपनी ज़ुबान से मुकर जाता है

Friday 20 October 2017

HOPE

"Things're not permanent",
nature gives that sign,
No one is here
forever to stay...
Temporary feelings
sometimes vitiate the life,
& risk of losing the ties
is raising day by day...
Some specious features are
faulty inside,
Faces of people
are changed everyday...
Hearts become pitiless
& reckless are minds,
Truth is that
it's impossible to gainsay...
But the true hopes
can never die,
So set the goals,
don't let them stray...
A book can't be judged
by its cover,
So it's better to ignore
whatever people say...!!

Tuesday 17 October 2017

नई बहार आने को है

हरा भरा है आज दिल का आँगन
लगता है कोई नई बहार आने को है
आसमाँ भी है आज खिला खिला
लगता है हसी का बादल छाने को है
आँखो में खुशी की है चमक
लगता है ग़म का अँधेरा जाने को है
बहुत रूला लिया लोगों ने मुझे
बस अब खुशी के पल आने को हैं
चलो माना की यह सब बातें ही हैं
लेकिन ऐसी बातें बनाने के बहाने तो हैं

Friday 13 October 2017

I HAVE NO REGRET

No dreams No aim
I have to walk at random
No worries No regret
Hope is to be awesome
No argue No complaint
Silence is better than action

Thursday 12 October 2017

NO REGRET

Nothing to remind
Nothing to forget
I have lost my memory
But no regret
No need of mercy
No need of fret
Now Abundance of blessings
I only need to get

Wednesday 11 October 2017

NOTHING IS MINE

I got attached with everything
which was never ever mine
Hey! i had even measured
the roads for that destiny
Which was also never mine
By everyone i would be valued
that's all
what i thought about me
but it's gone to the vain
the whole honesty of mine
I always care for everybody
but there is no one
who takes care of mine..!!

Tuesday 10 October 2017

वक्त वक्त की बात है

क्या खोना है क्या पाना है
कहाँ आना है कहाँ जाना है
तय है सब पहले से
मरना एक हकीकत है
और जीना एक बहाना है
कुछ पता नहीं चलता
कौन यहाँ अपना
और कौन बेगाना है
क्या सच है क्या फसाना है
दिल से नही निभता कोई भी साथ
हर तरफ बस मतलब का याराना है
यह तो वक्त वक्त की बात है
बदल जाते हैं लोग चंद पलों में
देख लेना
जो आएंगे तुम्हे हसाने के लिए
आखिर में उन्हीं ने तुम्हे रुलाना है

क्यों करता है शिकायत

रे मन क्यों करता है शिकायत
अपनों के बदल जाने की
बदलते वो नहीं
बस उनकी ज़रूरतें बदल जाती हैं
वक्त के साथ
डर होगा उन्हें कि कहीं
उनकी राह का हम पत्थर न बन जाएं
तभी तो वो रिश्ता तोड़ लेते हैं
मेरे जैसे शख्स के साथ
बस एक भगवान ही है
जो साथ निभाता है
वरना यहाँ तो
वक्त भी बदल जाता है
एक वक्त के बाद

Saturday 7 October 2017

I AM STILL SINCERE

My grace has been abolished
i came to be stranger
I lost my laugh
that was really
so stronger
Smile plays
hide and seek
My tact is failure
My dignity has mislaid
or misplaced somewhere
Someone got me wrong
but i am still sincere...!

Friday 6 October 2017

मेरी परवाह

मुझे लगाव हुआ
हर उस चीज़ से
जो मेरी कभी थी ही नही
अरे मैं तो रस्ता तक
नाप कर बैठ गई
उस मंज़िल तक जाने का
जो मंज़िल मेरी तकदीर में
कभी थी ही नही
मेरी भी कभी कद्र होगी
ऐसा "मैं" सोचती थी
मगर मिली ऐसी बेकद्री
कि जिसकी उमीद भी मैने
कभी की ही नहीं
करती रह गई दूसरों की परवाह
मगर आज तक मेरी परवाह
किसी ने कभी की ही नही

Wednesday 4 October 2017

हम नही जानते

हमसे चाहता क्या है दिल
यह तो हम भी नही जानते
क्या करेंगे रख कर
ग़ैरों पर उमीद
जब वो हमें
अपना ही नहीं मानते
कौन, कब, कहाँ,
क्यों साथ छोड़ गया!!
ऐसी फिज़ूल बातों को
अब हम दिल में नही पालते
खुद को लाचार बना बैठे थे
दूसरों को खुश करते करते
मगर अब
ऐसे व्यरथ कामों में
हम अपना वक्त नहीं गुज़ारते