Sunday 22 April 2018

जिसका जवाब नही कोई

जिसका जवाब नही कोई
सोचो! वो सवाल कैसा होगा
जहाँ मुहब्बत का वजूद नहीं
वहाँ प्यार कैसा होगा
आज चेहरे को पता नही
कल श्रंगार कैसा होगा
और
दिल को कुछ अंदाज़ा नही
दिल का दिलदार कैसा होगा
इस दुनिया का पता नही
मेरे बारे ख्याल कैसा होगा
काश! मिल जाए वो शख्स कहीं
जो बिलकुल
मेरे भीतर छिपे इन्सान जैसा होगा......
                                   SoniA#

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